बारह वर्ष पूरे होने पर पूरण अपने पिता से मिले/ राजा ने उन्हें अपनी माताओ से मिलने को कहा/ वो न्यूना दे रानी के पास गये/ रानी अपने सुंदर, सुशील, सोतेले बेटे को देख कर जल भून गयी/ रानी उसे अपने पास रखना चाहती थी/ पर वो अपनी माँ के पास चले गये/ तब रानी ने पूरण पर चरित्रहीन का आरोप लगा कर मृत्युदंड का आदेश दे दिया/
No comments:
Post a Comment